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Lekhny Story -18-Mar-2024

शिविका मुड़कर उस शक्स को कस कर गले लगा कर कहती हैं "I missed you so much मानु, तुम हमारे साथ क्यो नहीं रह सकती हो? वो आगे कुछ बोलती उसे पहले उसके मुँह से एक बार फिर दर्द भरी आहहह निकल जाती हैं।

अपनी दोस्त को दर्द में देख वो लड़की गुस्से में बोली "उन लोगों ने फिर तुम पर हाथ उठाया, तुम समझती क्यो नहीं हो? वो लोग तुम्हें कभी अपना नहीं मानेंगे, हमें तो ऐसा लगता हैं वो तुम्हारे पेरेंट्स ही नहीं हैं, कितनी बार कहाँ है हमारे साथ रह लो और अब तो तुम्हें मित्तल कंपनी में जॉब भी मिल गई हैं, उन लोगों को पता चले और पैसों के लालच में फिर तुम्हें बेवकूफ बनाएं उसे पहले उस नर्क से निकल जाओं"....।

अपनी दोस्त की आँखों में अपने लिए परवाह और आंसू देख शिविका अपना दर्द भुल मुस्कुराती हैं और बोली "मान्या तुम जानती हो ना, मैं चाहे वहाँ से निकल जाऊ लेकिन जैसे ही उन लोगों को मेरी जॉब का पता चलेंगा वो फिर नाटक करने लगेंगे और अभी मेरा पहला राउंड निकला है, कल फाइनल इंटरव्यू बाकी हैं"....।

मान्या गुप्ता सावला रंग, गहरी काली आँखें, कंधे से नीचे तक बाल, और खिलते फुल की तरह मुस्कान, सावला रंग होने पर भी वो बहुत खुबसूरत दिखती हैं।

मान्या और वो स्कूल टाइम से दोस्त थे, शिविका की दोस्त के नाम पर सिर्फ मान्या ही होती हैं, जिसे वो अपने दर्द बाट अच्छा महसूस करती हैं...।।

शिविका जानती थी मान्या एक बार शुरू हो गई तो रुकने का नाम नहीं लेंगी इसलिए वो बात बदलते हुए बोली "मेरी बकबक मशीन प्लिस अभी शुरू मत होना, ये बातें हम कॉलेज खत्म होने के बाद करेंगे, आज पहला दिन हैं और मुझे लेट नहीं होना हैं, चलों क्लास रुम चलते हैं"....।

मान्या उसका हाथ पकड़ बोली "शिवि बेबी कॉलेज मे पढ़ाई करने नहीं मौजमस्ती करने आते हैं और तुम्हारी वजह से हमने पहले के तीन साल कॉलेज में पढ़ाई कर ली, लेकिन अब मै तुम्हारी एक नहीं सुने वाली हूँ, और तुम तो वैसे भी टॉपर हो ही कोई भी हंस कर जॉब दे देंगा"...।

दोनों बात करते हुए जा रही होती हैं कि तेज रफ्तार से एक स्पोर्ट कार उनके सामने से निकलती हैं, मान्या और शिविका ड़र कर आँखें बंद कर लेती हैं।

कुछ दुर पर जाकर वो गाड़ी रुकती है और उस मे से एक लड़का 6'2 इंच हाइट, गोरा रंग, गठिला शरीर, olive green shart with black टाउजर, black चश्मा, जेल से सेट बाल, व्हाइट शुज, ब्रांडेड watch, वो बहुत हेंडसम और हॉट लग रहा होता हैं। सभी लड़कियाँ उसे अपनी ललचाई आँखों से देख रही होती हैं। ये हैं रेयांश मित्तल, मित्तल परिवार का छोटा बेटा जो अपनी मर्जी से जिंदगी जीता है, उसके लिए सच से बढ़कर कुछ नहीं, एरोगेंट, गुस्से, क्रूर होने के बाद भी लड़कियों के दिल की धड़कन हैं।

शिविका उसे गुस्से में घूर अपने हाथों की मुठ्ठी बनाकर आँखों में नफरत लिए खड़ी उसे देखती हैं।

एक लड़की छोटी सी मिनी ड्रेस और चेहरे पर ढे़र सारा मेकअप लगाएं अपनी हाई हिल्स पर भागते हुए आकर उसे गले लगाती हैं या यू कहे गले पड़ती हैं।

रेयांश, "बेबी आई लव यू मैने तुम्हें बहुत मिस किया"....।

रेयांश उसे खुद से अलग करते हुए रुड़ तरीके से बोला कामिनी, "तुम से कितनी बार कहाँ हैं, ऐसे सब के सामने ये हरकतें मत किया करों, हम दोस्त हैं वो भी सिर्फ हमारी फैमिली की वजह से, आगे से ऐसा कुछ किया तो मैं भुल जाऊंगा की हम फैमिली फ्रेंड्स हैं"...।।

कामिनी बात संभालते हुए बोली "वो बेबी दो दिन से ना मिलने की वजह से मैने तुम्हें इतना मिस किया कि भुल गई हम कॉलेज मे हैं, अच्छा सॉरी चलों हम न्यू स्टुडेंट्स के साथ थोड़ा फन करते हैं".... What say buddies let's have some fun".....

उसके कुछ दोस्त खुश होकर you are right let's fun.... इतना बोल वो अपने सामने से जाते कुछ लड़को और लड़कियों को रोकते हैं।

कामिनी एक लड़के को रोक बोली "Hay, you come here"...

वो लड़का ड़रते हुए उनके पास आता हैं।

कामिनी एक तरफ इशारा करते हुए बोली "वो लड़की जो यलो ड्रेस में है उसे जाकर प्रपोज करना है"....।

वो लड़का ड़रते हुए उस लड़की के पास जाता हैं और उसे रोकता है।

वो लड़की गुस्से में उसे घूरती हैं, जिसे देख वो लड़का ड़र से कुछ बोल ही नहीं पाता है।

वो लड़की जाने लगती हैं ये देख वो लड़का हिम्मत कर के बोला "I love you...." ये शब्द सुनते ही एक तड़ाक की आवाज आती हैं।

कामिनी और उसकी गेंग के साथ बाकी सब भी हंसने लगते हैं।

वो लड़का अपने गाल पर हाथ रख वहाँ से भाग जाता हैं।

वो लोग ऐसे ही कुछ और लड़के और लड़कियों को परेशान करते हैं, ये सब देख शिविका उन सब को नफरत और गुस्से से देख मान्या का हाथ पकड़ वहाँ से जाने लगती हैं। दोनों को जाते देख कामिनी के ग्रुप की एक लड़की जिसका नाम रीता हैं वो उन दोनों को अपने पास आने के लिए कहती हैं।

दोनों उनके पास जाकर खड़ी हो जाती हैं।

रीता कामिनी और रेयांश के सामने अपने नम्बर बढ़ाने के लिए बोली "कामिनी यार लगता हैं हमारे कॉलेज में गवारों के भी एड़मिशन होने लगे, देखों इसे कैसे ड़ाउन मार्केट कपड़े पहने हैं, बिल्कुल बहन जी लग रही हैं, इन जैसे लोगों के आने से तो हमारी कॉलेज का क्लास ही गिर गया"....।

रेयांश नजर उठाकर शिविका को देखता हैतो एक पल के लिए उसकी सादगी और मासूमियत मे खो जाता हैं लेकिन अपने आस पास की आवाजें सुन उसे नजर हठाकर एटीट्यूड मे अपना चश्मा निकाल जेब में रखते हुए बोला "सही कहाँ तुम ने लोगों को ये भी नहीं पता है कि वो कॉलेज आए हैं मंदिर नहीं"....। सब लोग रेयांश की बातें सुन हंसने लगते हैं।

मान्या फैक स्माइल के साथ बोली "वो कामिनी की पुछ गवार किसे कह रही हो, वैसे तुम से उम्मीद भी क्या की जा सकती हैं? अब तुम्हारे कपड़ों इतनी भी अकल नहीं दी भगवान ने तो इसमे तुम्हारा भी क्या दोष? और हम यहाँ पढ़ने आए हैं फैशन शो के लिए नहीं".....।

शिविका मान्या को रोक रेयांश की तरह नफरत से देख गुस्से मे कहती हैं  "मानु छोड़ ना रहिस बाप की बिगड़ी औलादें सिर्फ अपने घोसले तक ही सोच सकते हैं इन्हें ये बात समझानेका मतलब है भैंस के आगे बिन बजाना"....।

रीता गुस्से में "you.... कामिनी उसे रोकते हुए बोली "relax रीता, इसे मैं बताती हूँ, और यू बहन जी वैसे तो तुम्हारी शक्ल देख कोई तुम्हें घास नहीं ड़ालने वाला फिर भी वो जो सामने बैठा लड़का हैं ना उसे जोरदार थप्पड़ मार कर आओ और आवाज इतनी तेज होनी चाहिये कि  हम लोगों को सुनाई देना चाहिए। अगर ऐसा नहीं होता हैं तो वहीं रीता इस बहन जी के साथ करेगी, choice is your baby, now don't give me look just go"...

मान्या एक नजर उन लोगों को घूरकर देखती हैं फिर उस लड़के को देखती हैं, जो सीधा और भोला दिख रहा था, लेकिन अपनी दोस्त के बारे में सोच वो उस लड़के की तरफ कदम बढा देती हैं, शिविका उसका हाथ पकड़ बीच में ही रोकती हैं।

मान्या कन्फ्यूज होकर उसे देखती हैं और ना मे सर हिलाकर उसे मना करती हैं।

शिविका उसे आँखों के इशारे से शांत रहने का बोल कामिनी और रेयांश को देखती हैं और बोली "तुम्हें इंजॉय ही करना है तो मुझे थप्पड़ मार सकती हो, वैसे भी तुम जैसी अमीर बाप की बिगडी औलाद से उम्मीद भी क्या कर सकते है? कमजोर लोगों पर हाथ उठाना और अपनी ताकत दिखाना ही तुम जैसों की फितरत होती हैं"... ये सब कुछ बोलते हुए वो रेयांश को नफरत और घृणा से देख रही होती हैं।

मान्या उसे रोकते हुए बोली "शिवि ये तुम क्या बोल रही हो? मै करती हूँ ना"....।

शिविका रीता को देख बिना भाव के बोली "सोच समझ कर हाथ उठाना कहीं मुझे मारने के चक्कर में तुम्हारे ये ककड़ी जैसे हाथ ही ना जख्मी हो जाए"....।

शिविका को ऐसे बात करते देख वहाँ खड़े लड़के और लड़की आपस में "यार ये लड़की क्यों इन सब से पंगा ले रही हैं? ये नहीं जानती हैं ये सब तो सिर्फ शुरुआत हैं, आगे रेयांश और उसका ग्रुप इसके साथ क्या क्या करेंगा?

सबसे ज्यादा तो मान्या अपनी दोस्त को हैरानी से देख रही होती हैं, इतने सालों की दोस्ती में आज तक उसने मान्या को किसी को जवाब देते तो छोड़ो नजर उठा कर सफाई या अपने बचाव में भी कुछ कहते नहीं सुना था।

रीता आगे बढ़ हाथ उठाती हैं लेकिन वो हवा में ही रुक जाता हैं, वो अपनी गर्दन घूमाकर देखती हैं, सामने एक लड़का उसका हाथ पकड़े उसे ही अपनी गुस्से में लाल आँखों से घूरता हैं, जिसे देख वो अपना हाथ छुड़ाकर कामिनी के पीछे खड़ी हो जाती हैं।

किसने रीता का हाथ पकड़ था।

रेयांश के लिए अपने दिल में पनपती नफरत किस ओर ले जाएगी शिविका को।

क्या शिविका कभी अपने सपनों के राज के बारे में जान पाएगी?

प्लिस आप सब से रिक्वेस्ट हैं कि कमेंट कर के जरूर बताएं मेरी स्टोरी कैसी लग रही हैं।

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1 Comments

hema mohril

26-Mar-2025 05:34 AM

amazing

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